ग्राम मढ़ी में प्रस्तावित इस्पात संयंत्र के विरुद्ध किसानों, मज़दूरों एवं ग्रामीणों ने शुरू किया अनिश्चितक़ालीन धरना

ग्राम मढ़ी में प्रस्तावित इस्पात संयंत्र के विरुद्ध किसानों, मज़दूरों एवं ग्रामीणों ने शुरू किया अनिश्चितक़ालीन धरना

रायपुर। गत 30/03/2022 को ग्राम मढ़ी में प्रस्तावित गौरी गणेश इस्पात संयंत्र की पर्यावरणीय जनसुनवाई में शुरू हुआ प्लांट लगने का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा हैं । इसी कड़ी में आज क्षेत्रीय किसानों, मज़दूरों एवं ग्रामीणों ने प्रस्तावित प्लांट स्थल पर अनिश्चितक़ालीन धरने की शुरुआत कर दी हैं । धरने से सम्बंधित ज्ञापन ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय एसडीएम से मिल कर उन्हें सौंपा और विधिवत तरीक़े से शांतिपूर्ण धरने की शुरुआत कर दी ।

किसानों, मज़दूरों और ग्रामीणों ने बातचीत में कहा की पर्यावरणीय जनसुनवाई के दिन प्लांट लगने के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री भावेश बघेल एवं अन्य जनप्रतिनिधि पहुँचे थे । उन्होंने इस धरने के समर्थन के लिए भी भावेश बघेल एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया हैं । उन्होंने यह भी कहा की प्रस्तावित प्लांट से पर्यावरण एवं खेती किसानी पर संकट उत्पन्न हो जाएगा और अगर प्लांट प्रबंधन फिर भी मढ़ी में उद्योग लगाता हैं तो क्षेत्रवासियों की छः सूत्रिय माँगे उन्हें माननी होगी ।

यह हैं प्रमुख माँगे –
१. स्थानीय लोगों को प्लांट में नौकरी देने हेतु क़ानूनी करारनामा प्लांट प्रबंधन द्वारा किया जाए ।
२. प्लांट की जल आपूर्ति के लिए सिंचाई परियोजनाओं से पानी ना ले कर कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था प्लांट प्रबंधन द्वारा की जाए ।
३. पर्यावरण के बचाव के लिए प्लांट द्वारा आधुनिक तकनीक का उपयोग कर उत्सर्जन एवं वेस्ट पदार्थों के निस्तारण की व्यवस्था की जाए ।
४. प्रस्तावित प्लांट स्थल के बग़ल में स्कूल को अन्य सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की व्यवस्था प्लांट प्रबंधन द्वारा स्वयं के खर्चे पर की जाए ।
५. प्रभावित क्षेत्र के १० किमी के अंदर आने वाले समस्त रहवासियों का प्राथमिक मेडिकल इन्शुरन्स प्लांट प्रबंधन द्वारा करवाया जाए ।
६. प्लांट के वाहनों के परिवहन के लिए गाँव से बाहर अलग से बाईपास रोड का निर्माण प्लांट प्रबंधन द्वारा करवाया जाए ताकि गाँव के अंदर से प्लांट के वाहन ना निकले ।

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