प्रदेश सरकार के सफलतापूर्वक 4 साल पूरे किए जाने के उपलक्ष्य मे उर्दू अकादमी ने भी कार्यक्रम आयोजित किए

प्रदेश सरकार के सफलतापूर्वक 4 साल पूरे किए जाने के उपलक्ष्य मे उर्दू अकादमी ने भी कार्यक्रम आयोजित किए

रायपुर 17 दिसम्बर l छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी के अध्यक्ष इदरीस गांधी ने बताया कि उर्दू अकादमी की कल्याणकारी योजनाऐं माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन से छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी, रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश में कल्याणकारी योजनायें संचालित कर रही है.

  1. उर्दू भाषा, तालिम, उर्दू साहित्य को प्रोत्साहन करना।
  2. जीनते उर्दू नुरूस्सबा पुरस्कार –
    उर्दू अकादमी द्वारा उर्दू तालीम या उर्दू अदब के क्षेत्र में नुमाया खिदमत करने तथा उच्च स्तरीय कीर्तिमान स्थापित करने के लिये एक महिला को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रतिवर्ष रू. 25000/- प्रदान किया जाता है ।
  3. मुजाहिद-ए-आजदी ‘स्व. मौलाना अब्दुल रऊफ महवी पुरस्कार’
    उर्दू अकादमी द्वारा उर्दू तालीम या उर्दू अदब के क्षेत्र में नुमाया खिदमत करने तथा उच्च स्तरीय कीर्तिमान स्थापित करने के लिये एक पुरुष को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रतिवर्ष रू. 25000/- प्रदान किया जाता है।
  4. छ.ग. के मरहुम शायरो की बेवाओं को माली ईमदाद उर्दू साहित्य के शायर, अदीब जरूरतमंद (शायर एवं बेवा) को इमदाद – रू.10000/- प्रति षायर, अदीब, नातगो एवं मरहुम शायरों की बेवा को प्रत्येक वर्ष प्राप्त आवेदन पत्र के आधार पर ईमदाद प्रदान किया जाता है।
  5. उर्दू डिप्लोमा कोर्स – एन.सी.पी.यू.एल. नई दिल्ली से 1 वर्ष डिप्लोमा कोर्स संचालित है।
  6. अरबी डिप्लोमा कोर्स – एन.सी.पी.यू.एल. नई दिल्ली से 1 वर्ष डिप्लोमा कोर्स संचालित है।
  7. उर्दू पुस्तकालय, अध्ययन केन्द्र तथा कम्प्युटर सेंटर – छत्तीसगढ़ में विभिन्न स्थानों पर उर्दू पुस्तकालय अध्ययन केन्द्र स्थापित किया गया है। जिसमें उर्दू अदब, साहित्य, शायरी के साथ-साथ प्रतियोगिता से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध काराई गयी है। उर्दू सीखने, पढ़ने के लिये कम्प्यूटर सेन्टर स्थापित किया गया है।
  8. चश्म-ए-उर्दू पत्रिका का प्रकाशन – उर्दू अदब, साहित्य, शायरी का मज़ामीन, अफसाने, गज़्लें, नज़्में तबसीरा छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी द्वारा त्रैमासिक पत्रिका उर्दू में प्रकाशित किया जाता है।
  9. उर्दू अदब एवं शायरो की पुस्तको का प्रकाशन – कहकांशा हिस्सा प्रथम से हिस्सा नौ छत्तीसगढ़ उर्दू अदिब, शायरों के स्वरचित रचनाओं को संकलित कर प्रकाशित किया गया है।
  10. साहित्यिक सम्मेलन, परिचर्चा, गोष्ठियां का आयोजन- शहर-शहर उर्दू (एक दिवसीय), सफर-ए-उर्दू (एक दिवसीय) कार्यक्रम, तलाश-ए-नौबहार जिला स्तरीय ऑडिशन एवं राज्य स्तरीय फाईनल एवं सम्मान।
    इदरीस गांधी ने आगे बताया कि सभी योजनाएं छत्तीसगढ़ में निवासरत उर्दू शायर, उर्दू साहित्यकार, उर्दू नातगों, उर्दू जानकार, उर्दू शिक्षक एवं उर्दू इदारें आदि को लाभ प्राप्त हो रहा है।
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