लोकसभा चुनाव-2024 चुनाव परिणाम की उलटी गिनती शुरू हो गई है। 4 जून को सुबह 8 से मतगणना शुरू होगी। वहीं लोकसभा चुनाव नतीजों से 20 घंटे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। देश के चुनावी इतिहास में यह पहली बार है, जब आयोग ने मतगणना से पहले प्रेस वार्ता की। इस दौरान सीईसी राजीव कुमार ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।
इस अवसर पर सीईसी राजीव कुमार ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा गृह मंत्री अमित शाह पर लगाए गए गंभीर आरोपों पर भी जवाब दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कांग्रेस नेता को नसीहत देते हुए इसे फेक न्यूज करार दिया। सीईसी ने कहा कि 150 कलेक्टर से बात करने वाली बात फेक नैरेटिव है। यह सिर्फ कांग्रेस नेता का शक है और शक का कोई इलाज नहीं होता है।
बता दें कि रविवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गृह मंत्री अमित शाह पर 150 कलेक्टर से बात कर चुनाव मतगणना को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
CEC ने कहा- 150 कलेक्टर से बात करने वाली बात फेक नैरेटिव है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गृह मंत्री अमित शाह पर कलेक्टर्स को धमकाने का आरोप लगाया था। इसपर निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश को पत्र भेजकर उनके एक बयान पर स्पष्टीकरण मांगा था। आयोग ने उन्हें रविवार शाम 7 बजे तक डिटेल देने को कहा था, लेकिन इसके कांग्रेस महासचिव ने इसका कोई जवाब ही नहीं दिया।
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए दावा किया था कि ‘निवर्तमान गृह मंत्री जिला अधिकारियों/कलेक्टरों को फोन कर रहे हैं। अब तक उन्होंने इनमें से 150 से बात की है। यह खुलेआम और बेशर्म तरीके से धमकी देना है, जो दिखाता है कि बीजेपी कितनी हताश है।
चुनाव जल्दी खत्म नहीं होने पर मलाल
इस दौरान चुनाव लंबा खींचने चुनाव आयुक्त ने अफसोस जताया। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव हमें एक महीने पहले खत्म कर देना था। इतनी गर्मी में नहीं करना चाहिए था। ये हमारी पहली लर्निंग है। दूसरा फेक नैरेटिव से लड़ने का। हमने सोचा था कि देश की सीमाओं से बाहर हमले होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हम फेक नैरेटिव को समझने में फैल रहे
78.26 % पहले फेज का डेटा है। इसमें क्या नहीं था, पीसी और एसी का टोटल टॉप पर नहीं था। बाकी सब था। माहौल क्या बना, वोटर टर्नआउट गड़बड़ किया। ये फेक नैरेटिव है। जो चल रहा है। हम मानते हैं कि हम इसे समझने में फेल रहे, लेकिन अब समझ गए हैं।
वोटर टर्नआउट में कुछ गड़बड़ नहीं हुआ
2019 में एक वोटर टर्नआउट को लेकर केस आया। उसमें भी हमने जवाब दिया। वो भी इतने दिन चुप था। उसमें आरोप था कि हमने वोटर टर्नआउट का डाटा नहीं दिया। वोटर टर्नआउट में कुछ भी गड़बड़ नहीं हुआ। वोटर टर्नआउट का डाटा जैसे आपको मिला, वैसे ही हमें मिला। इसमें कुछ गड़बड़ नहीं हुआ।
फेक न्यूज रोकी, खुद पर होने वाले हमले नहीं रोक पाए
राजीव कुमार ने कहा कि हमने फेक न्यूज रोकी, लेकिन खुद पर होने वाले हमले नहीं रोक पाए। हम चुनाव कराएं या यह सब देखें। 16 मार्च को मैंने कहा था- झूठ का एक बाजार है, यहां गुब्बारे फटते हैं। हमें यह नहीं पता था कि यह हम पर ही फटेगा।