रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के शंकर नगर सेक्टर-2 में एक कारोबारी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा के जाल में फंसकर आत्महत्या कर ली। कारोबारी ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने अपने खुदखुशी करने का कारण महादेव सट्टा के लिए दिए गए उधार पैसे वापिस मांगने पर जान की धमकी मिलना बताया है। इस मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
बता दें, संदीप ने 4 दिन पहले इस मामले में जहर का सेवन कर लिया था, जिसके बाद परिजनों ने उसे गंभीर हालत में उपचार के लिए निजी अस्पताल में दाखिल किया था। लेकिन उपचार के दौरान संदीप की रविवार तड़के मौत हो गई। अब मृतक के भाई ने उसके सुसाइड नोट के साथ पुलिस में नितिश गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
जानिए क्या लिखा सुसाइड नोट में
संदीप ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि, नितिश गुप्ता ने उससे महादेव सट्टा ऐप में पैसे लगाने के लिए डेढ़ गुना पैसे वापिस देने का लालच देकर 10 लाख रुपये उधार लिए थे, जिसे 1 साल बाद वापिस मांगने पर उसे लगातार जान से मारने की धमकी मिलने लगी। इससे परेशान होकर संदीप ने खुदखुशी कर ली।
झूठे केस में फंसा कर भेजा था जेल
वहीं मृतक (संदीप बग्गा) के भाई प्रदीप ने आरोप लगाया है कि, पिछले वर्ष उनके भाई की पत्नी ने खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद नितिश ने उन्हें तथा उनके भाई के खिलाफ थाने में आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने झूठी शिकायत दर्ज कराकर जेल भिजवाया था। कोर्ट ने इस केस में मार्च में उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें बरी कर दिया। प्रदीप के मुताबिक झूठी शिकायत की वजह से वे दोनों भाई जेल भी गए। प्रदीप के मुताबिक झूठी शिकायत तथा जेल जाने की वजह से उनका भाई बूरी तरह से टूट गया।
मृतक के भाई ने एक और गंभीर आरोप लगाया है कि, उनकी भाभी की मौत के बाद नितिश ने उनकी भाभी के दो बैंक अकाउंट से फर्जी दस्तावेज तैयार कर अलग-अलग किश्तों में 2 लाख 18 हजार रुपए निकाले थे, जिसकी मृतक के भाई प्रदीप ने आजाद चौक के साथ खम्हारडीह थाना तथा एसएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराने की जानकारी दी। प्रदीप ने आरोप लगाया है कि शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने इसकी जांच नहीं की।
संदीप के आत्महत्या के बाद इस मामले में पुलिस ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही। वहीं संदीप के आत्महत्या करने के बाद से आरोपी फरार है।