BJP में शामिल होने से पहले ही कांग्रेस नेता ने मंच पर दिया भाषण, लगाये गंभीर आरोप

BJP में शामिल होने से पहले ही कांग्रेस नेता ने मंच पर दिया भाषण, लगाये गंभीर आरोप

कवर्धा 6 अप्रैल 2024। कांग्रेस इस वक्त बहुत ही विपरीत हालात से गुजर रही है। पार्टी में भगदड़ की स्थिति है। आये दिन पार्टी से दो-चार नेता पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। कभी पूर्व मुख्यमंत्री के बेहद करीबी रहे नेता पाला बदलते ही भूपेश बघेल के खिलाफ तीखे हमले भी बोल रहे हैं। पार्टी के पूर्व प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने आज भाजपा प्रवेश किया। भाजपा में शामिल होने से पहले ही उन्होंने भूपेश बघेल को गोबर चोर कहकर संबोधित कर दिया।

किसान मोर्चा के अध्यक्ष व संगठन में प्रभारी महामंत्री रहे चंद्रशेखर शुक्ला ने आज कवर्धा में भाजपा ज्वाइन किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा के मंच से अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेता ने तो चारा खाया था, लेकिन यहां के नेता ने गोबर खाया है। भूपेश बघेल गोबर चोर है, ऐसे गोबर चोर के साथ उन्हें रहने में काफी दिक्कत थी, इसलिए उन्होने पार्टी छोड़ दी है।

आपको बता दें कि चंद्रशेखर शुक्ला ने पिछले दिनों ही गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। चंद्रशेखर शुक्ला ने पिछले दिनों पत्र लिखकर पार्टी के शीर्ष नेताओं पर निशाना साधा था। चंद्रशेखर शुक्ला से तीन दिन के भीतर पार्टी ने कारण बताओ नोटिस का जवाब मांगा है। चंद्रशेखर शुक्ला ने अपने पत्र में लिखा कि, नेता प्रतिपक्ष चयन की औपचारिकता भी पूरी कर ली गई. दिल्ली के नेताओं के लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन का हब और मौज मस्ती का केंद्र बन गया है। हार के बाद कांग्रेस प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर कहा कि, जो हार के कारणों के लिए जिम्मेदार था उन्हीं के साथ चुपचाप मीटिंग कर ली गई. नेता प्रतिपक्ष चयन की औपचारिकता भी पूरी कर ली गई।

दिल्ली के नेताओं के लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन का हब और मौज मस्ती का केंद्र बन गया है. एक एक प्रकोष्ठ में चार चार अध्यक्ष बनाए गए हैं. पैसे लेकर नियुक्तियां की गई है. जोगी कांग्रेस के लोगों को उपकृत किया गया. इतना ही नहीं उन्होंने भूपेश बघेल सरकार की योजनाओं पर भी सवाल खड़े किए। आगे उन्होंने कहा- हमारी योजनाएं और प्लानिंग क्यों धरासी हुई ? हमारे सर्वे जो 7-7 बार हुआ, वह क्यों असफल हुआ ? नेताओं को क्षेत्र बदलकर, (महंत राम सुन्दर दास जी एवं छाया वर्मा जी) क्यों चुनाव लड़वाया गया ?ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी से आए नामों पर, क्यों नहीं टिकिट बांटा गया ?दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि दिल्ली के नेताओं का छत्तीसगढ़ राजनीतिक पर्यटन हब, मौज-मस्ती का केन्द्र बन गया है. एक-एक प्रकोष्ठ में 4-4 प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए. L.D.M. रूपी के तमाशा किया गया. पैसे लेकर नियुक्तियां की गईं. जिस जोगी कांग्रेस को बामुश्किल हमनें संघर्ष कर बाहर किया था, उन्हें बुला-बुलाकर उपकृत कर, राजनीतिक और शासकीय पदों से सम्मानित किया गया।

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