किसानों को ठगने वाले धान खरीदी का विरोध करने वाले धान खरीदी की बात करने को मजबूर -कांग्रेस

किसानों को ठगने वाले धान खरीदी का विरोध करने वाले धान खरीदी की बात करने को मजबूर -कांग्रेस

पत्रकार वार्ता 03.11.2023

भाजपा ने घोषणा पत्र नहीं कपट पत्र जारी किया है

भाजपा कर्ज माफी की विरोधी

 मोदी खुद वायदाखिलाफी के पर्याय उनकी गारंटी की गारंटी कौन लेगा?
पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह घोषणा पत्र भाजपा कांग्रेस की नकल करने की कोशिश की है। यह भूपेश बघेल की उपलब्धि है की धान पर बोनस का विरोध करने वाले धान की कीमत 3100 करने की बात कर रहे है। जो लोग 2100 बोलकर नहीं दिये, 300 बोनस नहीं दिये, जो लोग 15 क्विंटल नहीं खरीदने का निर्णय लिये थे वे अब 21 क्विंटल खरीदने की बात कर रहे। यह भूपेश बघेल की उपलब्धि है। घोषणा तो कर रहे लेकिन जनता भरोसा नहीं करेगी। मोदी की गारंटी की कोई गारंटी नहीं जो मोदी, 15 लाख देने का वायदा भूल गये, 2 करोड़ युवाओ को रोजगार देने का वायदा भूल गये, 100 दिन में महंगाई कम करने का वायदा भूल गये, किसानों की आय दुगुनी करने के वायदे तो आज तक पूरे नहीं हुये उनकी क्या गारंटी है। दिग्विजय सिंह की सरकार ने बनाया था, भूपेश सरकार संवार रही। जो हम 5 साल से कर रहे है भाजपा उसको करना चाह रही। वह हमारे पिच पर खेलने को मजबूर हुई।
भाजपा वोट लेने के लिये फिर किसानों को ठगना चाहती। धान की कीमत 3100 रू. करने की घोषणा किया है तो बतायें क्या केन्द्र धान का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 3000 रू. करेगी। क्योकि मोदी जी तो धान की कीमत समर्थन मूल्य से 1 रू. भी ज्यादा देने के विरोधी है। कांग्रेस सरकार के 2500 रू. देने का विरोध किया था धमकी दी थी। ऐसे में भाजपा मोदी सरकार के विरोध में जा कर 3000 रू. कैसे देगी यह स्पष्ट करें। 2100$300 = 2400 देने का वायदा तो 2013 में भी किया था नहीं दिया। दूसरा बड़ा झूठ 21 क्विंटल धान खरीदने का वायदा भी है। पहले 2013 में भी यही वायदा किया था लेकिन लिमिट घटाकर 15 से 10 कर दिया कैसे भरोसा करे कि आपने वायदे  पर कायम रहेंगे? किसानों के कर्जामाफी पर कुछ नहीं बोल रहे।
वायदा तो कर लोगे, भरोसा कौन करेगा, क्यों करेगा?
500 में सिलेंडर देने की बात भी धोखा इनकी केन्द्र सरकार सिलेंडर के दाम 400 से बढ़ाकर 1000 के उपर किया।
अब ये 500 में सिलेंडर देने की बात कर रहे। भाजपा सिर्फ बीपलएल को गैस सिलेंडर देगी। कांग्रेस हर वर्ग को 500 रू. सब्सिडी दे रही मतलब सिर्फ 450 में सिलेंडर मिलेगा।
कांग्रेस ने 17.5 लाख आवास देने का वायदा किया तो नकल करके 18 लाख देने की बात कर रहे। 15 साल में सरकारी नौकरी  के द्वार बंद कर दिया था, अब नौकरी देने का झूठा वायदा कर रहे।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 10 लाख तक ईलाज का वायदा किया है उसको भी नकल कर रहे हैं। राज्य में भूपेश सरकार 20 क्विंटल धान की खरीदी शुरू कर चुकी है। उसकी नकल में 21 क्विंटल की बात भाजपा कर रही है।
भूपेश है तो भरोसा है, भरोसा बरकरार फिर से कांग्रेस सरकार। नारा भी हमारा चुराते है घोषणाये भी हमारे चुराते है। घोषणा तो कर लेंगे लेकिन भरोसा कहां से लाओगे।
भाजपा ने तीन बार (2003-08-13) के घोषणा पत्र के फ्रंट पेज में छपे 31 में से 25 वायदों को पूरा नहीं किया था
 भारतीय जनता पार्टी के लिये घोषणा पत्र जनता को ठगने का दस्तावेज होता है। भाजपा हर चुनाव के पहले घोषणा पत्र बनाती है जिसको संकल्प पत्र नाम देती है लेकिन कभी घोषणा पत्र के वायदों को पूरा नहीं करती है। तीन बार 2003, 2008, 2013 के चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वायदे किया था। यह वह घोषणायें है जिसे उसने तीनों बार फ्रंट पेज में छापा था। तीन चुनावों में 31 वायदे किये जिनमें 25 को पूरा नहीं किया। कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है। हमारे लिये घोषणा पत्र वायदा निभाने का पवित्र दस्तावेज होता है, भाजपा के लिये यह एक चुनावी हथियार मात्र होता है। यह भाजपा के तीन बार के घोषणा पत्रों के फ्रंट पेज में छपी घोषणाओं के विश्लेषण से स्पष्ट होता है। भाजपा ने तीन चुनावों में 2003, 08, 13 में 150 से अधिक वायदे किया था जिसमें से 30 प्रतिशत भी पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने 5 सालों में 36 में से 34 वायदे पूरा किया।

भाजपा का घोषणा पत्र 2003
ऽ हर जरूरतमंद बेरोजगार 12वी पास युवाओं एवं युवतियों को 500 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता देंगे – नही दिया।
ऽ लघु एवं सीमांत किसानों को कर्जा माफ – नहीं किया
ऽ प्रत्येक आदिवासी परिवार को एक गाय – नहीं दिया
ऽ प्रोफेशनल टैक्स की समाप्ति – 15 सालों तक नहीं किया
ऽ 1990 तक वन भूमि घर काबिज आदिवासियों को उनके पट्टे दिये जायेंगे – नहीं दिया
ऽ भू-भाटक की पूर्णतः समाप्ति – नहीं किया।
ऽ हर आदिवासी परिवार से एक को सरकार नौकरी
2003 के ही प्रमुख वायदो में एक पूरा किया, एक आधा पूरा किया, 7 पूरा नहीं किया।

भाजपा का घोषणा पत्र 2008

ऽ धान पर 270 रू. बोनस – नहीं दिया
ऽ किसानों को 1,2,3,4,5, हार्स पावर पम्पों पर मुफ्त बिजली – नहीं दिया
ऽ किसानों को ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
ऽ पलायन मुक्त छत्तीसगढ़ – लगातार पलायन जारी था
ऽ भय मुक्त छत्तीसगढ़ – नक्सल गतिविधियां चरम पर
ऽ उच्च शिक्षा के लिये ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
2008 के 8 वायदो में 6 पूरा नहीं किया

भाजपा का घोषणा पत्र 2013
ऽ 2100 रू. धान के समर्थन मूल्य हेतु पहल – नहीं दिया
ऽ 300 रू. प्रति क्विंटल प्रतिवर्ष बोनस – नहीं दिया
ऽ किसानों को ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
ऽ नोनी सुरक्षा योजना – सरकारी आश्रमों झलियामारी तक में बच्चियां सुरक्षित नहीं थी
ऽ कॉलेज प्रवेश लेते ही युवाओं को लैपटॉप/टैबलेट – एक वर्ष दिया
ऽ शिक्षित बेरोजगारों को 3 प्रतिशत ब्याज पर ऋण – नहीं दिया
ऽ स्व सहायता समूहों को दो लाख रू. ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
ऽ खेतिहर मजदूरों का शत-प्रतिशत बीमा – नहीं किया
ऽ निराश्रिम पेंशन दोगुना किया जायेगा – नहीं किया
ऽ पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण एवं वित्त विकास निगम का गठन – नहीं किया भूपेश सरकार ने किया
ऽ मेट्रो एवं मोनो रेल योजना – नहीं शुरू हुई
ऽ छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम का गठन – नहीं हुआ
ऽ छत्तीसगढ़ी राजभाषा के 8वीं अनुसूची में शामिल करने का समग्र प्रयास – नहीं किया
2013 के 15 वायदों में से 13 पर कुछ नहीं किया।

संकल्प पत्र के नाम पर जनता को बार-बार ठगने वाली भाजपा एक बार फिर से जनता की आंखों में धूल झोंकने फिर से घोषणा पत्र जारी किया है। भाजपा के पुराने रिकार्ड बताते है कि उसके लिये घोषणा पत्र चुनावी सब्जबाग है। इसके विपरीत हमने 36 वायदे किये और 5 सालों में 36 में से 34 पूरा कर दिया। भाजपा कुछ भी कर ले जनता अब उनके बहकावे में नहीं आयेगी।

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